भारतीय शेयर बाजार (Indian Share Market) में एक बार फिर भारी गिरावट दर्ज की गई है. सेंसेक्स में 1400 तो निफ़्टी में 431 अंकों की गिरावट दर्ज की गई. बताया जा रहा है कि चौतरफा बिकवाली के चलते बाजार में गिरावट आई है. वहीं रुपया भी गुरुवार को लुढ़क गया और डॉलर के मुकाबले 10 पैसे की गिरावट के साथ 77.72 रुपये पर बंद हुआ. कारोबारी सत्र में रुपया दिन के निचले स्तर 77.76 और 77.63 के उच्च स्तर को छू गया. इससे पहले बुधवार को रुपया 18 पैसे की गिरावट के साथ 77.62 पर बंद हुआ था. रुपये की गिरावट से नरेंद्र मोदी का 24 अगस्त 2013 को दिया गया बयान जेहन में ताजा हो रहा है, जिसमें उन्होंने कहा था- प्रधानमंत्री और घरेलू मुद्रा दोनों ही मौन हो गए हैं.
खबर में खास
- रुपया और प्रधानमंत्री दोनों मौन हो गए हैं
- आप मनमोहन सिंह का मजाक उड़ाते थे
- मार्गदर्शक मंडल की उम्र को भी क्रॉस कर गया
रुपया और प्रधानमंत्री दोनों मौन हो गए हैं
गुजरात के सौराष्ट्र में एक सभा को संबोधित करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा था, एक समय था जब भारत का रुपया शोर मचा रहा था लेकिन आज उसने अपनी आवाज खो दी है और ऐसे ही हम अपने प्रधानमंत्री की आवाज नहीं सुन पा रहे हैं. दोनों मौन हो गए हैं. नरेंद्र मोदी ने कहा था, आज हमारी मुद्रा मृत्यु शैया पर है और अंतिम सांसें ले रही है. इसे तत्काल डॉक्टर की जरूरत है. इस समय रुपया और यूपीए सरकार दोनों ने ही अपना महत्व खो दिया है. समय आ गया है कि हम अपने देश को तबाही से बचाएं. लोगों को यह जानना चाहिए कि देश तबाही की ओर क्यों बढ़ रहा है.
आप मनमोहन सिंह का मजाक उड़ाते थे: राहुल
अब राहुल गांधी यदा कदा रुपये के कमजोर होने को लेकर पीएम मोदी वाला तंज ही दोहराते रहे हैं. पिछले सप्ताह ही राहुल गांधी ने टिवटर पर कहा था कि जब यूपीए सरकार में रुपया गिरता था तो नरेंद्र मोदी मजाक उड़ाया करते थे. राहुल गांधी ने टवीट किया— मोदी जी! रुपया गिरता था तो आप मनमोहन सिंह जी का मजाक उड़ाते थे. अब रुपया सबसे निचले पायदान पर है. फिर भी हम आंख मूंदकर आपको दोष नहीं देते हैं. आप मीडिया हेडलाइंस के बदले इकोनॉमी पर फोकस कीजिए.
मार्गदर्शक मंडल की उम्र को भी क्रॉस कर गया
राहुल गांधी के बाद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा था— आज अमेरिकी डॉलर की तुलना में रुपये की कीमत 77.41 हो गई है. पिछले 75 साल में रुपया कभी भी इतना नहीं गिरा. सुरजेवाला ने कहा, मोदी सरकार में भारतीय रुपया आईसीयू में चला गया है. अब रुपया बीजेपी के मार्गदर्शक मंडल की उम्र को भी क्रॉस कर गया है. आखिर क्यों. राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्ल्किार्जुन खडगे ने भी कहा था— रुपये सबसे निचले स्तर पर चला गया है. मोदी सीएम होते तो सरकार को घेरते और देशद्रोही बताते लेकिन पीएम मोदी चुप हैं.
