IND VS ENG: भारतीय क्रिकेट टीम की एजबेस्टन टेस्ट में हार का बड़ा कारण टीम इंडिया की खराब बल्लेबाजी है. पहली पारी में जहां ऋषभ पंत (Rishabh Pant) और जडेजा (Ravindra Jadeja) ने इंडिया की लाज रखी थी वहीं दूसरी पारी में पंत और पुजारा को छोड़कर कोई भी भारतीय बल्लेबाज अंग्रेज गेंदबाजों का सामना नहीं कर पाया. कोहली का फ्लॉप शो जहां जारी रहा वहीं गिल, श्रेयस अय्यर और हनुमा विहारी जैसे बल्लेबाज दोनों ही पारियों में असफल रहे जिस वजह से भारत बड़ा स्कोर बनाने में नाकाम रहा. भारत के बैटिंग कोच विक्रम राठौड़ (Vikram Rathour) ने भी टॉप आर्डर को भारत की हार का बड़ा कारण माना है.
खबर में खास
- बल्लेबाजों की आलोचना
- 378 रन चेज कर इंग्लैंड ने रचा इतिहास
- मैच रिपोर्ट
बल्लेबाजों की आलोचना
विक्रम राठौड़ ने कहा कि भारत एजबेस्टन टेस्ट में इंग्लैंड के मुकाबले बहुत आगे थे और जीत के करीब था लेकिन दूसरी पारी में बल्लेबाजों के निराशाजनक प्रदर्शन ने टीम इंडिया की जीत की उम्मीदों पर पानी फेर दिया. राठौड़ ने कहा कि कई खिलाड़ियों को बेहतर शुरुआत मिली लेकिन वे शुरुआत को बड़ी पारियों में तब्दिल नहीं कर पाए. यह उनकी नाकामी थी. राठौड़ ने कहा कि हम एक बेहतरीन बल्लेबाजी यूनिट को रुप में बल्लेबाजी करने में असफल रहे और इसका परिणाम यह रहा कि हमारे हाथ से सीरीज जीतने का ऐतिहासिक मौका फिसल गया.
378 रन चेज कर इंग्लैंड ने रचा इतिहास
इंग्लैंड को जीत के लिए चौथी पारी में 378 रन बनाने थे जिसे इंग्लिश टीम ने मात्र तीन विकेट खोकर प्राप्त कर लिया. लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड की टेस्ट इतिहास की यह सबसे बड़ी जीत थी. इंग्लैंड की इस जीत के हीरो रहे जॉनी बेयरेस्टो जिन्होंने दोनों पारियों में शतक लगाए तथा जो रुट जिन्होंने दूसरी पारी नाबाद 142 रन बनाए.
मैच रिपोर्ट
भारत ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी पंत और जडेजा की शतक की बदौलत 416 रन बनाए थे और इंग्लैंड को 284 पर ऑल आउट कर 132 रन की बढ़त ली थी. लेकिन भारतीय बल्लेबाजी दूसरी पारी में भी फ्लॉप रही और सिर्फ 245 रन बना सकी. इंग्लैंड ने 378 के लक्ष्य को जो रुट और बेयरेस्टो के नाबाद शानदार शतक की बदौलत 3 विकेट खोकर प्राप्त कर लिया टेस्ट मैचों में स्कोर का पीछा करते हुए अबतक की सबसे बड़ी जीत दर्ज की.
