Virender Sehwag on Sourav ganguly and Virat Kohli: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेन्द्र सहवाग क्रिकेट से रिटायरमेंट लेने के बाद सोशल मीडिया पर अपने बयानों के जरिए चर्चा में बने रहते हैं. सहवाग को उनके बयानों के लिए वैसे तो हमेशा वाहवाही मिलती है लेकिन कभी कभी उन्हें ट्रोल भी होना पड़ता है. अब सहवाग ने एक ऐसा बयान दिया है जिसका सीधा संबंध भारतीय क्रिकेट के दो सबसे सफल और लोकप्रिय कप्तानों से है. सहवाग ने ये बयान एक विशेषज्ञ के तौर पर दी है लेकिन उनका यह बयान भारतीय क्रिकेट में बवाल मचाने के लिए काफी है. दरअसल वीरेन्द्र सहवाग ने बीसीसीआई के अध्यक्ष और भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली और पूर्व कप्तान विराट कोहली को लेकर बयान दिया है.
खबर में खास
- कोहली पर बयान
- गांगुली की कप्तानी में शुरु हुआ करियर
- गांगुली और कोहली में कौन बेहतर

कोहली पर बयान
लंबे समय से अपने फॉर्म के लिए संघर्ष कर रहे विराट कोहली पर जो बयान वीरेन्द्र सहवाग ने दिया है उससे एक कप्तान के तौर पर कोहली को ठेस पहुँच सकती है. दरअसल सहवाग ने कोहली के बारे में कहा है कि, एक कप्तान के तौर पर विराट कोहली सफलतम हो सकते हैं लेकिन वे एक ऐसी टीम का निर्माण नहीं कर पाए जैसा सौरव गांगुली ने किया था. सहवाग ने खिलाड़ीयों के साथ किसी भी परिस्थिति में खड़े रहने और हौसला देने के लिए भी उनकी प्रशंसा की है. और कोहली में ये गुण न होने में शंका जाहिर की है. सहवाग का यह बयान काफी चर्चा में है.
गांगुली की कप्तानी में शुरु हुआ करियर
ऐसा पहली बार नहीं है जब वीरेन्द्र सहवाग ने सौरव गांगुली की एक कप्तान के तौर पर तारीफ की है. सहवाग हमेशा कहते रहे हैं कि एक क्रिकेटर और खासकर एक सलामी बल्लेबाज के रुप में जो सफलता उन्हें मिली है उसमें गांगुली का अहम रोल रहा है. सहवाग की अटैकिंग बल्लेबाजी की प्रतिभा को पहचानते हुए गांगुली ने उन्हें अपना ओपनिंग पोजीशन दे दिया था जिसके बाद सहवाग ने एक बड़े और सफल ओपनर के तौर पर खुद को स्थापित किया. सहवाग का नाम विश्व क्रिकेट में सर्वाधिक विध्वंसक और सफल ओपनरों में शुमार है.
गांगुली और कोहली में कौन बेहतर
सौरव गांगुली की कप्तानी में भारत में 49 टेस्ट मैच खेले जिसमें भारत के 21 में जीत और 13 में हार मिली जबकि 15 टेस्ट ड्रॉ रहे. गांगुली का विनिंग प्रतिशत 42 रहा है. कोहली ने भारत की तरफ से सर्वाधिक 66 मैचों में कप्तानी की है जिसमें 39 में जीत मिली है जबकि 16 में हार. 11 टेस्ट ड्रॉ रहे हैं. कोहली का विनिंग प्रतिशत 58 से उपर है और इस लिहाज से वे सर्वाधिक सफळ कप्तान है लेकिन सहवाग की बात पर अगर गौर करें तो गांगुली ने कप्तानी उस वक्त संभाली थी जब टीम फिक्सिंग के आरोपों का सामना कर रही थी और मानसिक रुप से काफी कमजोर थी. गांगुली ऐसे कप्तान रहे जिन्होंने न सिर्फ टीम बनाई बल्कि विदेशों में जीतना भी सिखाया. कोहली के साथ ऐसा नहीं था कोहली को एक मजबूत टीम मिली थी. बहरहाल सहवाग के बयान के बाद गांगुली और कोहली के अलावा अब धोनी की कप्तानी और उनके द्वारा बनाई गई टीम पर भी चर्चा शुरु हो सकती है.
