नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज वसीम जाफर (Wasim Jaffer) ने बीसीसीआई (BCCI) द्वारा रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के एजबेस्टन टेस्ट से बाहर होने के बाद तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (Jasprit bumrah) को भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी सौंपे जाने के फैसले से असहमति जताई थी. जाफर का कहना था कि रोहित शर्मा के स्थान पर जसप्रीत बुमराह को नहीं बल्कि मध्यक्रम के बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) को एजबेस्टन टेस्ट में टीम इंडिया की कमान सौंपी जानी चाहिए थी. इसके पीछे जाफर ने पुजारा के टेस्ट मैचों में लंबे अनुभव को कारण बताया था लेकिन अपने प्रदर्शन से बुमराह ने जाफर को गलत साबित कर दिया.
खबर में खास
- गेंद और बल्ले दोनों से धमाल
- जडेजा ने धोनी को गलत साबित किया
गेंद और बल्ले दोनों से धमाल
बुमराह ने अपने शानदार प्रदर्शन से वसीम जाफऱ को गलत साबित कर दिया. बल्लेबाजी में जहां बुमराह ने मात्र 16 गेंदों में घुआंधार 31 रन बनाए वहीं गेंदबाजी में भी उन्होंने 3 विकेट झटक लिए हैं. बुमराह बिल्कुल फ्रंट से टीम इंडिया को लीड कर रहे हैं. वहीं जाफऱ की पंसद पुजारा ओपनिंग करने आए थे और मात्र 13 रन बना कर आउट हो गए. इस प्रकार पुजारा ने जहां अपने खराब प्रदर्शन से जाफर को गलत ठहराया वहीं बुमराह ने अपने बेहतरीन प्रदर्शन से.
जडेजा ने धोनी को गलत साबित किया
रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) IPL 2022 के बाद पहली बार मैदान पर दिखे. IPL के शुरुआती कुछ मैचों में चेन्नई की कप्तानी करने वाले और हार का सामना करने वाले जडेजा को मुश्किल वक्त में टीम और धोनी का साथ नहीं मिला और उन्हें प्लेइंग XI से ड्रॉप कर दिया गया. बाद में जडेजा के नाराजगी की वजह से टीम छोड़ने की खबरें भी आईं ऐसा स्थिति में धोनी उन्हें संभाल सकते थे लेकिन धोनी ने भी उन्हें जाने दिया शायद धोनी को भी जडेजा पर से विश्वास उठ गया था लेकिन एजबेस्टन टेस्ट में रवींद्र जडेजा ने न सिर्फ अपनी शतकीय पारी से मुश्किल में फंसी भारतीय टीम को उबारा बल्कि यह भी दिखाया की क्यों वे टेस्ट क्रिकेट में दुनिया के नंबर 1 ऑलराउंडर हैं. जडेजा ने अपने प्रदर्शन से धोनी और चेन्नई को गलत साबित किया और अपने प्रदर्शन से ये भी साबित किया उनमें कितनी क्षमता है. जडेजा ने दिखाया कि वे किसी भी मुश्किल परिस्थिति से टीम को उबारने में सक्षम हैं. उनपर विश्वास छोड़ना नहीं करना होगा.
