COVID 19: पिछले कुछ दिनों के दौरान कोरोना के मामलों में आई वृद्धि को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र के देशों से COVID-19 टीकाकरण में तेजी लाने का आह्वान किया है. हालांकि दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों में कोरोना रोधी टीकाकरण अभियान व्यापक रुप से चलाया गया है लेकिन फिर भी कई देश टीकाकरण के वैश्विक लक्ष्य (70%) से काफी पीछे हैं. डब्ल्यूएचओ दक्षिण-पूर्व एशिया की क्षेत्रीय निदेशक, डॉ पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा कि महामारी अभी खत्म नहीं हुई है. इसलिए इसे हल्के में न लेते हुए हमें सावधान रहना होगा तथा महामारी को कमजोर करने के लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, वृद्धों, गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लोगों और गर्भवती महिलाओं के साथ साथ सामान्य जनमानस के बीच टीकाकरण को बढ़ावा देना होगा.
खबर में खास
- इन देशों ने वैश्विक लक्ष्य को प्राप्त किया
- भारत की भूमिका की सराहना
- टीका ही बचाव
- दक्षिण-पूर्व एशिया वैश्विक लक्ष्य से पीछे
इन देशों ने वैश्विक लक्ष्य को प्राप्त किया
डॉ पूनम खेत्रपाल सिंह ने टीकाकरण के वैश्विक लक्ष्य (70%) को प्राप्त करने वाले देशों को बधाई दी है. बता दें दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र के देशों में भूटान (89%), थाईलैंड (79.9%), मालदीव (70.4%), और बांग्लादेश ने (70.2%) टीकाकरण के वैश्विक लक्ष्य को प्राप्त किया है वहीं नेपाल (69.3% ) लक्ष्य को प्राप्त करने के बेहद करीब है.
भारत की भूमिका की सराहना
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की क्षेत्रीय निदेशक ने COVID-19 से निपटने में भारत की भूमिका की सराहना की. उन्होंने कहा कि भारत ने विश्वभर में ऐसे समय कोविड 19 रोधी वैक्सीन को पहुंचाया जब समूचा विश्व आपूर्ति संबंधी बाधाओं से जूझ रहा था. साथ ही कहा कि भारत अपने नागरिकों के बीच जल्द ही 2 बिलियन कोविड खुराक देने का रिकॉर्ड स्थापित कर लेगा जो इस क्षेत्र में सर्वाधिक है. भारत के इस प्रयास की सराहना की जानी चाहिए.
टीका ही बचाव
डॉ पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा कि कोरोना से बचने का एकमात्र उपाय टीकाकरण है. उन्होंने कहा कि WHO उन सभी देशों को बुस्टर खुराक देने की सिफारिश करता है जहां की अधिकांश जनसंख्या को कोरोना को दोनों टीके लगाए जा चुके हैं. बूस्टर प्राथमिकता के आधार पर दी जानी चाहिए.
दक्षिण-पूर्व एशिया वैश्विक लक्ष्य से पीछे
बता दें कि दक्षिण-पूर्व एशिया में दुनिया की कुल आबादी की एक चौथाई जनसंख्या निवास करती है. 64.1 प्रतिशत जनसंख्या को वैक्सिन की दोनो डोज दी जा चुकी है जबकि 8.4 प्रतिशत लोगों को बुस्टर डोज दी गई है. डीपीआर कोरिया को छोड़कर क्षेत्र के 11 सदस्य देशों में से दस देशों में कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है.
