नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 मई को टोक्यो में होने वाली क्वॉड बैठक में हिस्सा लेने के लिए रविवार को जापान रवाना हो गए हैं. इस दौरान पीएम मोदी 4 देशों के राष्ट्रध्यक्ष के साथ मुलाकात करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी टोक्यो में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन से भी मुलाकात करेंगे. पीएम मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडन की मुलाकात से पहले अमेरिका ने भारत को लेकर बड़ा बयान दिया है. अमेरिका ने भारत में अल्पसंख्यकों की स्तिथि और मानवाधिकार का मुद्दा उठाया है.
इस खबर में ये है खास-
- मानवाधिकार को लेकर उठते रहे सवाल
- भारत-अमेरिका के बीच तालमेल पर प्रश्न
- रूस-यूक्रेन युद्ध पर हो सकती है बात
मानवाधिकार को लेकर उठते रहे सवाल
टोक्यो में होने वाली समिट में हिस्सा लेने के लिए जापान रवाना होने से पहले अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवियन ने पत्रकारों से बात किया है. पत्रकार वार्ता में उनसे भारत में मानवाधिकार और अल्पसंख्यकों की स्थिति को लेकर सवाल किया गया. सुलिवियन से पूछा गया कि भारत पर मानवाधिकार और अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने के आरोप लगते रहते हैं, ऐसे में अमेरिका का क्या रुख होगा.
भारत-अमेरिका के बीच तालमेल पर प्रश्न
पत्रकारों ने अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार से सवाल किया कि ऐसे में अमेरिकी प्रशासन भारत के साथ कैसे तालमेल बिठायेगा. सुलिवन ने इसके जवाब में कहा कि शुरुआत से ही इस बात को लेकर स्पष्ट अमेरिका का स्पष्ट रूख है. भारत के लिए कोई अलग से स्थिति नहीं होगी.
रूस-यूक्रेन युद्ध पर हो सकती है बात
बता दें कि क्वॉड समिट ऐसे समय में हो रही है. जब रूस का यूक्रेन पर हमला जारी है. अमेरिका सहित कई देशों ने रूस की कार्रवाई खुला विरोध किया है. साथ ही अमेरिका ने रूस के प्रति भारत के रूख को लेकर भी आगाह किया है. साथ रूस के साथ भारत के व्यापार को लेकर अमेरिका ने चेतावनी जारी की है.
