नई दिल्ली: एक तरफ कांग्रेस है जिसने एक राज्य का सीएम बदला और वहां की सत्ता से हाथ धोना पड़ा. वहीं, दूसरी तरफ बीजेपी है कि सीएम पर सीएम बदले जा रही है और राज्यों की सत्ता में वापसी भी कर रही है. तो वहीं, कांग्रेस है कि राजस्थान और छत्तीसगढ़ में झगड़े नहीं सुलझा पा रही. इस बीच बीजेपी ने डेढ़ साल में 7 सीएम बदल दिए. तो कांग्रेस को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं कि देश की सबसे पुरानी पार्टी इतनी असहाय क्यों होती जा रही है. अगर मौजूदा वक्त में बीजेपी की तुलना कांग्रेस से करे, तो दोनों दल में जमीन आसमान का फर्क नजर आता है. जहां एक तरफ बीजेपी सख्त फैसले लेने में देर नहीं करती , वहीं कांग्रेस इस मामले में काफी पीछे है. शायद इसी कमी को दूर करने के लिए कांग्रेस ने उदयपुर में चिंतन कर रही है.
खबर में खास
- उत्तराखंड में 3 सीएम बदले
- असम में सर्वानंद सोनोवाल को हटाया
- कर्नाटक के बीएस येदियुरप्पा
- गुजरात के विजय रूपाणी
- त्रिपुरा के बिप्लव देव
- कांग्रेस ने बदला 1, गवां दी सत्ता
उत्तराखंड में 3 सीएम बदले
बीजेपी ने चुनाव के ठीक पहले उत्तराखंड में तीन सीएम बदल लिए. जहां प्रदेश में साल 2017 विधान सभा चुनाव में बीजेपी की जीत के बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत सूबे के सीएम बने थे. वहीं, ठीक साल 2021 में उनको हटाकर तीरथ सिंह रावत को उत्तराखंड का सीएम बीजेपी ने बना दिया. उसके बाद जब संवैधानिक रूप से सीएम पद पर बने रहने के लिए तीरथ सिंह रावत को विधानसभा का सदस्य होना चाहिए, लेकिन वक्त नहीं होने की वजह से उन्हें इस पद से इस्तीफा देना पड़ा, जिसके बाद बीजेपी ने पुष्कर सिंह धामी को उत्तराखंड का नया सीएम बनाया.
असम में सर्वानंद सोनोवाल को हटाया
असम के पूर्व सीएम सर्वानंद सोनोवाल के नेतृत्व में बीजेपी ने साल 2021 में विधानसभा का चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की, लेकिन बीजेपी आलाकमान ने सीएम सर्वानंद सोनोवाल के बजाय हेमंता बिश्व शर्मा को बनाया. क्योंकि माना जा रहा था कि सर्वानंद सोनोवाल से असम की बीजेपी संगठन नाराज है. जिसकी वजह से सीएम को बदला गया था.
कर्नाटक के बीएस येदियुरप्पा
बीजेपी ने कर्नाटक के पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा को सीएम पद से हटाकर बसवराज बोम्मई को नया सीएम बनाया. वहीं, जब कर्नाटक में बीजेपी अपना सीएम बदल रही थी, तो सियासी हलकों में चर्चा थी कि प्रदेश स्तर पर बीजेपी में खींचतान चल रही है, जिसकी वजह से बीएस येदियुरप्पा को सीएम की कुर्सी से हटाया गया है. हालांकि कहा तो ये भी गया कि बीजेपी अपने 75 प्लस उम्र के फॉर्मुले की वजह से बीएस येदियुरप्पा को हटाया था.
दरअसल, बीजेपी ने अपने नेताओं के लिए राजनीतिक जीवन के लिए 75 साल का पैमाना सेट किया हुआ है. ताकि पार्टी में नये चेहरे और युवाओं के ज्यादा मौके काम करने का मिल सके.
गुजरात के विजय रूपाणी
गुजरात बीजेपी में काफी दिनों से पूर्व सीएम विजय रूपाणी को लेकर खींचतान चल रही थी. धीरे-धीरे पार्टी में गुटबाजी के हालात बनते जा रहे थे. जिसके भांपते हुए पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने गुजरात का सीएम बदलने में देर नहीं किया. बीजेपी ने साल 2021 के लास्ट में विजय रूपाणी को सीएम पद से हटा कर भूपेंद्र पटेल को गुजरात का नया सीएम बनाया.
त्रिपुरा के बिप्लव देव
अब एक बार फिर बीजेपी ने अपने एक और शासित राज्य में सीएम को बदल दिया है. इस बार त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिपल्ब कुमार देब ने अपना इस्तीफा राज्यपाल एसएन आर्या को सौंप दिया हैं. इससे पहले पार्टी के मामलों की केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से चर्चा के लिए देब गुरुवर को नई दिल्ली गए थे. इस दौरान कयास लगाए जा रहे थे कि त्रिपुरा की बीजेपी संगठन में आपसी खींचतान चल रही है.
कांग्रेस ने बदला 1, गवां दी सत्ता
वहीं, इसके उलट कांग्रेस का हाल बहद दयनीय है. क्योंकि पार्टी ने एक राज्य में सीएम बदला था और उस राज्य में सत्ता गंवा दी. दरअसल, कांग्रेस ने पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह को सीएम पद से हटाकर चन्नी को पंजाब का नया सीएम बनाया था, लेकिन कांग्रेस का ये दांव फेल हो गया. जनता ने कांग्रेस के हाथ से सत्ता छीन ली. इसकी सबसे बड़ी वजह माना गया कांग्रेस में आपसी खींचतान.
वहीं, कमावेश ऐसा ही हाल कांग्रेस शासित राज्य राजस्थान और छत्तीसगढ़ में है. जहां पार्टी में अंदरुनी कलह अब खुलकर बाहर आ गई है. इस दोनों राज्यों में सीएम बदलने की मांग तेज हो गई है, लेकिन कांग्रेस आलाकमान कोई फैसला नहीं ले पा रहा है!
