देश में पिछले कुछ महीनों से एक नया राजनीतिक स्टंट देखने को मिल रहा है. कथित घोटालों में फंसे राजनेता अब जांच एजेंसियों का सहयोग करने की जगह उनपर दबाव बनाने में लगे हैं. भ्रष्टाचार में घिरे राजनेता खुद को निर्दोष साबित करने की जगह अपनी राजनीतिक शक्ति दिखाने में लगे हैं. पूछताछ के दौरान वे अपने साथ समर्थकों का हुजूम लेकर पहुंचते हैं. इस नए कल्चर की शुरुआत कांग्रेस पार्टी ने की है. अब उसकी देखादेखी भ्रष्टाचार में घिरे सभी राजनेता इसका इस्तेमाल कर रहे हैं.
इस खबर में ये है खास
- शराब घोटाले में सिसोदिया घिरे
- मनीष के लिए AAP का रोडशो
- गांधी परिवार के लिए सड़क पर थी कांग्रेस
- संजय राउत ने किया था शक्ति-प्रदर्शन
शराब घोटाले में सिसोदिया घिरे
दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया इस वक्त कथित शराब घोटाले में फंसे हुए हैं. इस घोटाले में सिसोदिया पर शिकंजा कसता जा रहा है. सिसोदिया को CBI ने आज (सोमवार को) पूछताछ के लिए बुलाया था. मनीष सिसोदिया की मां ने उन्हें तिलक लगाकर आशीर्वाद दिया तो पत्नी ने दही खिलाकर CBI मुख्यालय जाने के लिए विदा किया. घर से निकलते ही सिसोदिया पहले पार्टी मुख्यालय पहुंचे और वहां से सीधे राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की.
मनीष के लिए AAP का रोडशो
वहीं सीएम अरविंद केजरीवाल की नजरों में सिसोदिया कट्टर ईमानदार हैं. लिहाजा सिसोदिया के समर्थन में पूरी आम आदमी पार्टी सड़क पर उतर पड़ी. बसंती चोला ओढ़े सिसोदिया क्रांति के गीतों के बीच तिरंगा लहराते हुए हजारों कार्यकर्ताओं के साथ CBI मुख्यालय के लिए निकले. मीडिया को देखते ही सिसोदिया बीजेपी पर भड़क उठे. उन्होंने कहा कि गुजरात चुनाव की वजह से उन्हें जेल भेजने की कोशिश की जा रही है.
गांधी परिवार के लिए सड़क पर थी कांग्रेस
इस नए स्टंट की शुरुआत कांग्रेस पार्टी ने की थी. नेशनल हेराल्ड केस में फंसे सोनिया गांधी और राहुल गांधी को जब ED ने पूछताछ के लिए बुलाया था, तो पूरी कांग्रेस पार्टी सड़क पर उतर गई थी. पूरे देश में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने धरना-प्रदर्शन किया. कांग्रेसियों ने मोदी सरकार पर जांच एजेंसियों का गलत इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था. वहीं बीजेपी ने हमला करते हुए कहा था कि सिर्फ एक परिवार द्वारा किए गए हजारों करोड़ का घोटाला दबाने के लिए ये सबकुछ किया जा रहा है.
संजय राउत ने किया था शक्ति-प्रदर्शन
पात्रा चॉल घोटाले में जेल में बंद शिवसेना नेता संजय राउत को भी जब ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया था, तो राउत के समर्थन में उद्धव गुट की शिवसेना ने शक्ति प्रदर्शन किया था. शिवसेना ने मोदी सरकार पर राउत को फंसाने का आरोप लगाया था. शिवसेना सांसद को 31 जुलाई को गिरफ्तार किया था और कोर्ट से उन्हें अब तक जमानत नहीं मिली है. राउत पर 1 हजार 34 करोड़ रुपये के पात्रा चाल घोटाले का आरोप है. उनपर गवाहों को धमकाने का भी आरोप है.
