नई दिल्ली: दो सालों से बाबा बर्फानी(Baba Barfani) के दर्शन का इंतजार कर रहे श्रद्धालुओं के लिए खुशी की खबर है. 30 जून से बाबा बर्फानी यानी अमरनाथ की यात्रा(Amarnath Yatra) की शुरूआत होगी जिसकी पहली तस्वीर भी सामने आई है. इस साल 30 जून से 11 अगस्त तक यानी 43 दिनों तक अमरनाथ यात्रा होगी. इस दौरान श्रद्धालुओं को कोरोना प्रोटोकॉल का भी सख्त से सख्त पालन करना होगा.
व्यापक तैयारियां
वहीं यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन पहले ही शुरू हो चुके हैं बाबा बर्फानी के दर्शन की इच्छा रखने वाले श्रद्धालु श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड(Shri Amarnath Ji Shrine Board) की ऑफिशियल वेबसाइट के माध्यम से रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. वहीं इस यात्रा को लेकर प्रशासनिक तैयारियां इन दिनों जोरों शोरों से हैं. भक्तों को कोई परेशानी ना हो इसके लिए प्रशासन की तरफ से भी व्यापक तैयारियां की गई हैं.
क्या है महत्व
दक्षिण कश्मीर में 3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित श्री अमरनाथ गुफा मंदिर में पवित्र शिवलिंग हिंदू धार्मिक आस्था का बड़ा केंद्र है. इस गुफा में बर्फ से बने शिवलिंग की पूजा की जाती है. शास्त्रों के अनुसार यह वही पवित्र स्थान है जहां भगवान शिव ने माता पार्वती को अमरकथा सुनाई थी. भगवान शिव जब यह कथा सुना रहे थे, तो दो कबूतर भी यह सुन रहे थे. ब्रह्मांड का रहस्य जानकर उन कबूतरों को अमरत्व की प्रप्ति हो गई. मान्यता है कि यहां भगवान शिव साक्षात निवास करते हैं और हर साल सावन मास की पूर्णिमा को ये कबूतर गुफा में दिखाई पड़ते हैं.
कश्मीर के बर्फीले पहाड़ियों में स्थित अमरनाथ गुफा को भगवान शिव के प्रमुख धार्मिक स्थलों में एक माना जाता है. इस साल के यात्रा की तैयारियों और व्यवस्था को लेकर 15 मई 2022 को पहली सुरक्षा समीक्षा बैठक की गई. जिसमें शीर्ष प्रशासनिक और सुरक्षा अधिकारी मौजूद रहें. वहीं गृह मंत्री अमित शाह भी इस यात्रा पर खास नजर बनाए हुए हैं इसके लिए उन्होंने अधिकारियों संग बैठक की.
