भारत-चीन के बीच सीमा विवाद एक बार फिर से गहरा गया है. अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में 09 दिसंबर को चीनी सैनिकों ने पूरी प्लानिंग के साथ भारतीय क्षेत्र में घुसने की, लेकिन भारतीय जवानों के सामने उनकी एक नहीं चली. तकरीबन 300 चीनी सैनिकों पर भारतीय सेना के 30 जवान भारी पड़े. भारतीय जवानों से पिटकर चीनी सैनिक वापस भाग गए. अब इस घटना से जुड़े कुछ वीडियोज सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं.
दुनियाभर में तवांग झड़प पर हो रही चर्चा
भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़प को दुनियाभर की तमाम वेबसाइट और अखबारों ने प्रमुखता से जगह दी. चीन का मुखपत्र माने जाने वाला वेबसाइट ग्लोबल टाइम्स ने भी तवांग झड़प पर विस्तार से रिपोर्ट की है. तवांग झड़प पर ग्लोबल टाइम्स ने सरकार के हवाले से कहा कि फिलहाल LAC पर स्थिति नियंत्रण में है. चीन सरकार ने भारत से दोनों देशों के बीच हुए समझौतों को पालन करने के लिए कहा है.
सर्दियों में झड़प से विशेषज्ञ हैरान
चीन के फुदान विश्वविद्यालय (Fudan University) में अंतरराष्ट्रीय अध्ययन संस्थान के एक प्रोफेसर लिन मिनवांग ने इस झड़प से कोई आश्चर्य जाहिर नहीं किया. हालांकि उन्होंने झड़प की टाइमिंग पर आश्चर्य जताया. उनके अनुसार सर्दियों में भारत-चीन सीमा पर संघर्ष शायद ही देखने को मिलता है.
चीनी सेना ने भारतीय जवानों पर लगाया आरोप
300 जवान पिटने के बाद चीनी सेना के कमांडर ने भारतीय सेना के कमांडर के साथ बैठक की और शांति स्थापित करने के प्रयास किए. हालांकि झड़प को लेकर चीनी सेना ने भारतीय सेना को ही जिम्मेदार बताया है. चीनी सेना ने आरोप लगाया है कि भारतीय सेना के जवानों ने अवैध तरीके से चीन के बॉर्डर को पार करते हुए चीनी सैनिकों के सामने आ गए. जिसके बाद दोनों ओर से झड़प हो गई. चीनी सेना के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि भारत को अपने सैनिकों को काबू में रखना चाहिए.
अलर्ट मोड पर भारतीय सेना
झड़प के बाद भारत ने चौकसी बढ़ा दी है. इंडियन आर्मी ने LAC पर गश्त बढ़ा दी है, जबकि एयरफोर्स भी अलर्ट मोड पर है. सिलीगुड़ी में S-400 एयर डिफेंस सिस्टम को भी अलर्ट पर रखा गया है. L70 एयर डिफेंस गन अग्रिम मोर्चे पर तैनात किया गया है. साथ ही तेजपुर में SU-30 फाइटर प्लेन को भी स्टैंडबाई पर रखा गया है. हाशीमारा राफेल फाइटर बेस को भी स्टैंडबाई पर रखा गया है.
रक्षा मंत्री ने संसद को दी जानकारी
संसद में रक्षा मंत्री ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि भारतीय सेना के जवानों ने 9 दिसंबर को अरुणाचल के तवांग सेक्टर के यांग्त्से क्षेत्र में चीनी सेना को वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) का उल्लंघन करने से बहादुरी से रोका. उन्होंने कहा, ”मैं सदन को आश्वस्त करना चाहता हूं कि कोई भी भारतीय सैनिक नहीं मारा गया या गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ. मैं सदन को यह भी विश्वास दिलाता हूं कि हमारी सेना देश की क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने में सक्षम है. हमारी सेना किसी भी घुसपैठ से निपटने के लिए तैयार है.”
