नई दिल्लीः एक तफ रूस यूक्रेन पर हावी होता दिख रहा है दूसरी ओर रूस अन्य देशों से चौतरफा घिरता भी दिख रहा है. जी हां रूस लगातार यूक्रेन पर हमले तेज कर रहा है लेकिन दुनिया के अन्य देश रूस के खिलाफ विरोध कर रहे हैं और साथ ही प्रतिबंध लगाकर रूस को सबक सीखने के मूड में हैं. बता दें कि संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने बुधवार को 4 यूक्रेनी क्षेत्रों के रूसी कब्जे की निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया गया.
खबर में खास
- वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया
- अवैध कब्जे के प्रयास की निंदा
वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया
हर बार की तरह इस बार भी भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में उस मसौदा प्रस्ताव पर मतदान में भाग नहीं लिया, जिसमें यूक्रेन के दोनेत्स्क, खेरसॉन, लुहान्स्क और जापोरिज्जिया क्षेत्रों पर रूस के कब्जे और उसके ‘‘अवैध तथाकथित जनमत संग्रह’’ की निंदा की गई है. कुल 143 देशों ने प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया, जबकि 5 ने इसके खिलाफ मतदान किया. भारत (India) सहित 35 से अधिक सदस्य देश इस प्रस्ताव से दूर रहे और उन्होंने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया.
अवैध कब्जे के प्रयास की निंदा
कुल 193 सदस्यीय महासभा ने ‘‘अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यूक्रेन की मान्यता प्राप्त सीमाओं के भीतर के क्षेत्रों में अवैध तथाकथित जनमत संग्रह और यूक्रेन के दोनेत्स्क, खेरसॉन, लुहान्स्क और जापोरिज्जिया क्षेत्रों के अवैध कब्जे के प्रयास की निंदा करने के’’ समर्थन में मतदान किया. कुल 143 देशों ने इस प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया, जबकि रूस, बेलारूस, उत्तर कोरिया, सीरिया और निकारागुआ ने इसके खिलाफ मतदान किया.
