आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के व्यापक जनसंख्या नीति के बयान के कुछ दिनों बाद एआईएमआईएम सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी ने दावा किया है कि मुस्लिम आबादी घट रही है. मुस्लिम समुदाय दो बच्चों के जन्म में अंतराल बनाए रखने के लिए कंडोम का सबसे ज्यादा इस्तेमाल करता है. दरअसल, मोहन भागवत के दशहरा भाषण के जवाब में जिसमें उन्होंने कहा कि समुदाय आधारित जनसंख्या असंतुलन एक महत्वपूर्ण विषय है और इसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए, ओवैसी ने कहा, “घबराओ मत. मुस्लिम आबादी नहीं बढ़ रही है. बल्कि गिर रहा है… कौन सबसे ज्यादा कंडोम का इस्तेमाल कर रहा है? हम हैं. मोहन भागवत इस पर कुछ नहीं बोलेंगे.”
खबर में खास
- मोहन भागवत का बयान जानिए
- हैदराबाद से सांसद ओवैसी ने कहा
- क्या यही भारतीय लोकतंत्र है?
मोहन भागवत का बयान जानिए
भागवत ने पांच अक्टूबर को कहा था कि भारत को व्यापक विचार विमर्श के बाद जनसंख्या नीति तैयार करनी चाहिए और यह नीति सभी समुदायों पर समान रूप से लागू होनी चाहिए. नागपुर में आरएसएस की दशहरा रैली में भागवत ने कहा था कि समुदाय आधारित जनसंख्या असंतुलन एक महत्वपूर्ण विषय है और इसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए तथा जनसंख्या असंतुलन से भौगोलिक सीमाओं में परिवर्तन होता है.
हैदराबाद से सांसद ओवैसी ने कहा
हैदराबाद से सांसद ओवैसी ने कहा, “मैं सच कह रहा हूं. (भागवत कहते हैं) जनसंख्या बढ़ रही है.. कहां बढ़ रही है भागवत साहब? आप आंकड़े रखिए और बात कीजिए.” गुजरात में नवरात्रि गरबा स्थल पर हुए पथराव में कथित रूप से शामिल कुछ मुसलमानों को कथित रूप से पुलिस द्वारा सार्वजनिक तौर पर पीटे जाने पर ओवैसी ने कहा कि जब उन्हें पीटा गया तो लोग मजे ले रहे थे.
क्या यही भारतीय लोकतंत्र है?
ओवैसी ने कहा, “उन्हें सड़कों पर लाठियों से पीटा जा रहा है. क्या यही भारतीय लोकतंत्र है? क्या यही भारतीय धर्मनिरपेक्षता है? क्या यह कानून का शासन है? सड़क किनारे किसी कुत्ते का भी सम्मान होता है. लेकिन एक मुसलमान का सम्मान नहीं किया जाता.” उन्होंने कहा कि आरोपियों के खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई की जानी चाहिए.
