नई दिल्ली. यूक्रेन में युद्ध की हालात पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है. पीएम मोदी ने यूक्रेन के हालात पर 24 घंटों में यह तीसरी बैठक होगी. भारत सरकार युद्ध स्तर पर यूक्रेन में फंसे भारतीय को निकालने में लगी है. इससे पहले हुई बैठक में प्रधानमंत्री ने चार केंद्रीय मंत्रियों को यूक्रेन के पड़ोसी देशों में पहुंचकर भारतीयों की सुरक्षित एवं सुगम निकासी में समन्वय की जिम्मेदारी दी थी.
इस खबर में ये है खास-
- 4 केंद्रीय मंत्री यूक्रेन के पड़ोसी देश जायेंगे
- 20 हजार भारतीय यूक्रेन में फंसे हैं
- बेलारूस में दोनों देशों के बीच बातचीत
4 केंद्रीय मंत्री यूक्रेन के पड़ोसी देश जायेंगे
यूक्रेन में बिगड़ते हालात और वहां पर फंसे भारतीयों की निकासी पर चर्चा करने के एक फिर से प्रधानमंत्री मोदी ने हाईलेवल मीटिंग बुलाई है. 24 घंटों में प्रधानमंत्री मोदी की यह तीसरी बैठक होगी. यूक्रेन में फंसे भारतीय को निकालने के लिए 4 केंद्रीय मंत्रियों को यूक्रेन के पड़ोसी देश पहुंच कर युद्ध स्तर पर काम करने की जिम्मेदारी दी गई है. इसके तहत, जनरल वीके सिंह पोलैंड में, किरेन रिजिजू स्लोवाकिया में, हरदीप पुरी हंगरी में जबकि ज्योतिरादित्य सिंधिया रोमानिया और मोलदोवा में समन्वय करेंगे.
20 हजार भारतीय यूक्रेन में फंसे हैं
भारत लगातार यूक्रेन से भारतीय को निकालने के लिए काम कर रहा है. यूक्रेन में भारत के करीब 20 हजार लोगों फंसे हुए थे. जिनमें सबसे ज्यादा मेडिकल की पढ़ाई करने वाले छात्र शामिल हैं. भारतीय को निकालने के लिए सरकार ने आपरेशन गंगा चलाया है.
बेलारूस में दोनों देशों के बीच बातचीत
यूक्रेन में हालात बेहद खराब होते जा रहे हैं. रूसी सेना यूक्रेन में लगातार हमले कर रही है. दोनों देशों के जारी जंग के बीच रूस और यूक्रेन के मध्य बेलारूस की सीमा पर बातचीत हुई. लेकिन बातचीत के जरिए कोई हल निकलते दिखाई नहीं दे रहे हैं. खबर है कि रूस, बेलारूस में परमाणु हथियार की तैनाती कर सकता है. इसके अलावा रूसी न्यूक्लियर ट्रायड ने युद्धाभ्यास शुरू कर दिया है. साथ ही मिशाइल कमांडो को अलर्ट पर रहने को कहा गया है.
