एकनाथ शिंदे….
अब ये नाम किसी भी पहचान का मोहताज नहीं रहा.
इस एक शख्स ने महाराष्ट्र की सियासत में सुनामी ला दी है. एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे को ऐसे आंख दिखाई है कि महाराष्ट्र की राजनीति के जादूगर कहे जाने वाले शरद पवार भी हक्के बक्के रह गए हैं. एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के 2\3 से ज्यादा विधायकों को तो तोड़ ही लिया और अब बाला साहब ठाकरे की विरासत भी शिवसेना को उद्धव ठाकरे से छीनने जा रहे हैं. विधायक दल के नेता पद पर रहते हुए एकनाथ शिंदे ने उद्धव की नाक के नीचे कब उनकी जमीन में सेंध लगा दी उन्हें पता ही नहीं चला. जबतक उन्हें पता चला बागी विधायक पहले सूरत और फिर गुवाहाटी के लिए उड़ चुके थे. फिर क्या था सत्ता की चाशनी में डूबे ‘मातोश्री’ में मातम पसर गया. आज आपको हम इस वीडियो में बताएंगे कौन है महाराष्ट्र की सियासत में खलबली मचाने वाले एकनाथ शिंदे कौन हैं.
कौन हैं एकनाथ शिंदे एकनाथ शिंदे
उद्धव ठाकरे सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं, उनके पास शहरी विकास मंत्रालय है. वह कोपरी-पकरखड़ी विधानसभा सीट से पार्टी के विधायक भी हैं जोकि थाणे
जिले के अंतर्गत आती है. महाराष्ट्र विधानसभा में चार बार चुनाव जीतकर एकनाथ शिंदे पहुंचे. साल 2004, 2009, 2014 और 2019 में उन्होंने विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की है. एकनाथ शिंदे शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे से काफी प्रभावित थे. 2014 के विधानसभा चुनाव के बाद जब शिवसेना ने विपक्ष में बैठने का फैसला था तो एकनाथ खड़से को विपक्ष का नेता बनाया गया था. एक महीने के बाद शिवसेना ने कांग्रेस और NCP के साथ मिलकर सरकार बनाने का फैसला लिया.
क्या हुआ विधान परिषद के चुनाव में
शिवसेना के विधायकों की बात करें तो उसके पास कुल अनुमानित वोट 64 हैं, लेकिन पार्टी के पक्ष में सिर्फ 55 वोट पड़े. हाल ही में शिवसेना के एक विधा.क की मौत हो गई थी. वहीं कुछ छोटे दल और निर्दलीय विधायक शिवसेना का समर्थन कर रहे थे. वहीं शिवसेना के सिर्फ 52 विधायकों ने ही पार्टी के पक्ष में वोट किया, ऐसे में 12 वोट कम होने की वजह से पार्टी को बड़ा झटका लगा और BJP के उम्मीदवार को चुनाव में जीत मिली थी.
