श्रीनगर: टेरर फंडिंग में उम्रकैद की सजा पाए यासीन मलिक का जन्म 3 अप्रैल 1966 को मैसुमा, श्रीनगर में हुआ था. उसके पिता गुलाम कादिर मलिक सरकारी बस के ड्राइवर थे. श्रीनगर में पढ़ाई लिखाई के बाद यासीन ने प्रताप कॉलेज से स्नातक किया. उसके बाद यासीन मलिक ने हथियार उठा लिया था. 80 के दशक में यासीन मलिक ने ताला पार्टी का गठन किया था. उसने घाटी में कई बार नफरत की आग सुलगाई थी. साल 1986 में ताला पार्टी का नाम बदलकर उसने आईएसएल कर दिया था. चलिए जानते हैं यासीन मलिक के बारे में सबकुछ.
खबर में खास
- आईएसएल में आतंकी शामिल
- एरिया कमांडर बन गया
- भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल
आईएसएल में आतंकी शामिल
आईएसएल का मतलब इस्लामिक स्टूडेंटस लीग. इसमें केवल कश्मीर के युवाओं को शामिल किया गया और उनका मकसद कश्मीर को भारत से अलग करना था. आईएसएल के सदस्यों में अशफाक मजीद वानी, जावेद मीर, अब्दुल हमीद शेख जैसे आतंकी शामिल थे.
एरिया कमांडर बन गया
1987 में यासीन मलिक के नेतृत्व में आईएसएल, मुस्लिम यूनाइटेड फ्रंट में शामिल हो गई थी. संविधान पर भरोसा न होने के कारण आईएसएल ने चुनाव नहीं लड़ा, लेकिन उसने श्रीनगर के सभी निर्वाचन क्षेत्रों में एमयूएफ के लिए प्रचार करने की जिम्मेदारी ली. फिर यासीन मलिक 1988 में जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट का एरिया कमांडर बन गया.
भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल
यासीन मलिक पर भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने, भारतीय वायुसेना के कर्मचारियों पर आतंकी हमला करने का आरोप है, जिसमें 4 वायुसेना कर्मी मारे गए थे. इसके अलावा 1990 में यासीन मलिक ने कश्मीरी पंडितों को कश्मीर से बेदखल करने में अहम रोल निभाया था.
इसके अलावा वो कई कट्टर पाकिस्तानी आतंकियों के संपर्क में रहा. बाद में वो जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट का प्रमुख बन गया. 1994 में उसने जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट को राजनीतिक दल के रूप में पेश करने की कोशिश की.
यासीन मलिक जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के पूर्व प्रमुख मकबूल भट को आदर्श मानता है. अलगाववादी नेता मकबूल भट को 1984 में फांसी दे दी गई थी. यासीन मलिक ने 22 फरवरी 2009 को पाकिस्तानी चित्रकार मुशाल हुसैन मलिक से शादी की थी. मुशाल से यासीन मलिक को रजिया सुल्तान नाम की एक बेटी भी है.
