नई दिल्ली. बिहार के कृषि मंत्री सुधाकर सिंह (Sudhakar Singh) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. वह आरजेडी कोटे से नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की सरकार में मंत्री बने थे. सुधारक सिंह ने हाल ही में अपने विभाग में भ्रष्टाचार की बात स्वीकार की थी. इसके बाद से नवगठित महागठबंधन सरकार को काफी फजीहत झेलनी पड़ी थी. साथ ही नीतीश कुमार के साथ मतभेद की भी बात सामने आई थी.
इस खबर में ये है खास-
- विभाग में भ्रष्टाचार की बात कबूली
- कृषि में विभाग में चोर बैठे हैं
- RJD छोड़ BJP में गए थे
विभाग में भ्रष्टाचार की बात कबूली
बिहार आरजेडी के अध्यक्ष और सुधाकर सिंह के पिता जगदानंद सिंह ने कहा कि कृषि मंत्री ‘किसानों के हक में अपनी आवाज उठा रहे थे, लेकिन अंत में उन्होंने इस्तीफा देने का फैसला किया. उन्होंने कहा कि कृषि मंत्री ने इस्तीफा इसलिए दिया है, ताकि ‘लड़ाई आगे नहीं बढ़े.’ सुधाकर सिंह ने हाल ही में अपने विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार का जिक्र करते हुए कहा था, ‘‘हमें नहीं लगता कि बिहार राज्य बीज निगम से मिले बीज किसान अपने खेतों में लगाते हैं.
कृषि में विभाग में चोर बैठे हैं
साथ ही सुधाकर सिंह ने कहा था कि 150-200 करोड़ रुपये इधर ही बीज निगम वाले खा जाते हैं. हमारे विभाग में कोई ऐसा हिस्सा नहीं है, जो चोरी नहीं करता है. इस तरह हम चोरों के सरदार हुए. हम सरदार ही कहलाएंगे न. जब चोरी हो रही है तो हम उसके सरदार हुए न.’’ हालांकि, सुधारक सिंह अपने इस्तीफे की खबर पर टिप्पणी करने के लिए तत्काल उपलब्ध नहीं थे.
RJD छोड़ BJP में गए थे
बता दें कि RJD 2010 के विधानसभा चुनाव में जगदानंद सिंह के बेटे सुधाकर सिंह को रामगढ़ विधानसभा से चुनाव लड़ाना चाहती थी. मगर जगदानंद सिंह यह कहते हुए अपने बेटे को टिकट देने से मना कर दिया था कि इससे परिवारवाद को बढ़ावा मिलेगा. हालांकि बाद उनके बेटे सुधाकर सिंह ने भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कर ली और बीजेपी के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा. फिर बाद में वापस आरजेडी में शामिल हो गए.
