नई दिल्ली. रामपुर लोकसभा सीट पर हुए उप चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज कर ली है. बीजेपी के प्रत्याशी घनश्याम लोधी ने सपा के प्रत्याशी और आजम खान के करीबी आसिम रजा को हराया है. बीजेपी के उम्मीदवार घनश्याम लोधी सपा नेता आजम खान के शागिर्द माने जाते हैं. रामपुर में आजखान के तमाम प्रयास के बाद भी सपा प्रत्याशी आसिम रजा को हार का सामना करना पड़ा है. घनश्याम लोधी रामपुर की राजनीति में काफी समय से सक्रिय माने जाते हैं. हालांकि रामपुर की लोकसभा सीट पर उप चुनाव में जीत के बाद घनश्याम लोधी अब उभर कर सामने आए हैं.
इस खबर में ये है खास
- 2016 में सपा से बने MLC
- आजम खान के बेहद करीब रहे
- सपा में पैठ होती गई कमजोर
- आज आजम के किले में लगा दी सेंध
2016 में सपा से बने MLC
आजम खान के किले में सेंध मारने वाले घनश्याम लोधी आखिर कौन हैं, आईये जानते हैं इनके बारे में…रामपुर लोकसभा सीट से उप चुनाव में बीजेपी के टिकट पर जीत दर्ज करने वाले घनश्याम लोधी का भाजपा के साथ बहुत ज्यादा पुराना रिश्ता नहीं है. घनश्याम लोधी विधानसभा चुनाव से पहले सपा छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे. 2016 घनश्याम लोधी सपा से विधान परिषद के सदस्य चुने गए.
आजम खान के बेहद करीब रहे
हालांकि विधानसभा चुनाव के ठीक पहले सपा ने घनश्याम लोधी को पार्टी से निष्कासित कर दिया था. लेकिन घनश्याम लोधी ने दावा किया था कि उन्होंने 2 दिन पहले ही सपा छोड़ दी थी. अति पिछड़ी जाति से आने वाले घनश्याम लोधी को रामपुर में आजम खान का काफी करीबी माना जाता है. घनश्याम लोधी के बारे में कहा जाता है कि 2016 में सपा की ओर से डॉ. अनिल शर्मा को MLC का प्रत्याशी बनाया गया था.
सपा में पैठ होती गई कमजोर
हालांकि घनश्याम लोधी की उस समय आजम खान के बेहद करीबी नेता माने जाते थे. यहीं कारण है कि आजम खान ने अपनी सपा में पैठ के बलबूते रणनीति के दम पर डॉ. अनिल शर्मा का MLC के तौर पर टिकट कटवा दिया था. इसके बाद सपा से घनश्याम लोधी विधान परिषद सदस्य चुने गए. लेकिन धीरे-धीरे घनश्याम लोधी की सपा में पैठ कमजोर होती गई.
आज आजम के किले में लगा दी सेंध
आजम खान के जेल जाने के बाद तो घनश्याम लोधी की राजनीति हाशिए पर चली गई. इसके बाद वह विधानसभा चुनाव के पहले घनश्याम लोधी भाजपा में शामिल हो गए. आज घनश्याम लोधी ने आजम खान के किले में ही सेंधमारी कर दी है.
