नई दिल्ली : पूरी दुनिया में कोरोनावायरस ने जिस कदर अपना आतंक मचाया उससे हर कोई वाकिफ है, लेकिन कोरोना वायरस का डर आंध्र प्रदेश की रहने वाली एक मां बेटी के दिमाग में इस कदर बैठा कि वो दो सालों से घर से ही नहीं निकली. जी हां दरअसल राज्य के कोय्यूरू गांव की रहने वाली मां बेटी कोरोना महामारी व अन्य स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों की चिंताओं से घर से नहीं निकली जब इस बात की जानकारी अधिकारियों को हुई तो उन्होंने दोनों को अस्पताल पहुंचाया.
खबर में खास
- ऐसे हुआ खुलासा
- जबरन किया गया अस्पताल में भर्ती
- रात में शौच के लिए निकलती थी बाहर
ऐसे हुआ खुलासा
परिवार के रिश्तेदारों का कहना है कि घर का मुखिया उन्हें हर रोज खाना खिलाता था और पिछले एक हफ्ते से मां बेटी ने भोजन नहीं किया. इस कारण परिवार के मुखिया को मजबूरन अधिकारियों से संपर्क करना पड़ा.
जबरन किया गया अस्पताल में भर्ती
परिजनों ने कहा कि स्वास्थ्य अधिकारियों ने पुलिस की मदद से उन्हें सरकारी अस्पताल में भर्तीकराया महिला की बेटी ने अधिकारियों से सवाल किया जब हम अपने घर में रहना चाहते हैं तो आपको क्या समस्या है, मां बेटी अधिकारियों के साथ जाने से लगातार मना करती रहीं लेकिन अधिकारी दोनों मां बेटी को बाहर आने और उनके साथ सहयोग करने के लिए मनाने की कोशिश कर रहे थे.
रात में शौच के लिए निकलती थी बाहर
परिवार के मुखिया सुरीबाबू ने बताया कि मेरे बार बार आश्वासन देने के बावजूद दोनों पिछले दो सालों से दिन के समय घर से बाहर नहीं निकले हालांकि रात में शौच के लिए बाहर जाते हैं. जैसे ही दोनों का स्वास्थ्य प्रभावित होना शुरू हुआ मुझे स्वास्थ्य अधिकारियों को इस बारे में सूचना देना पड़ा.
