नई दिल्ली: जिस उम्र में कोई आम युवा IAS, PCS, डॉक्टर, इंजीनियर या ग्लैमर की दुनिया में करियर बनाने की सोचता है उस उम्र में लक्षिका डागर ने सरपंच बन(Youngest Sarpanch) समाज सेवा की तरफ अपना कदम बढ़ाया और नया इतिहास रचा है. मध्य प्रदेश के उज्जैन की रहने वाली 21 साल की लक्षिका डागर(Lakshika Dagar) ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव(MP Panchayat Election) में शानदार जीत हासिल की है. लक्षिका को पूरे मध्य प्रदेश में सबसे कम उम्र में गांव की मुखिया बनने का गौरव हासिल हुआ है. चुनाव परिणाम के साथ ही गांव में जश्न का माहौल है.
बता दें ग्राम पंचायत चिंतामन जवासिया में सरपंच पद के लिए आठ महिलाएं मैदान में थीं. उम्मीदवारों में लक्षिका सबसे कम उम्र की उम्मीदवार थीं. लक्षिका ने सभी को हराकर 487 मतों से जीत हासिल की है. लक्षिका के पिता दिलीप डागर जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में रीजनल अधिकारी पर पर कार्यरत हैं परिवार के लोगों ने लक्षिका को जीत दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. लक्षिका ने जनसंचार में स्नातकोत्तर डिप्लोमा किया है साथ ही रेडियो जॉकी के साथ न्यूज एंकरिंग भी कर चुकी हैं.
लक्षिका का लक्ष्य अब गांव के लोगों को बिजली, पानी, नाली, आवास समेत सभी सुविधाएं मुहैया कराना प्राथमिकता होगी.खास बात ये है कि 27 जून को लक्षिका का जन्मदिन है और जन्मदिन से ठीक एक दिन पहले लक्षिका को ग्रामीणों ने शानदार तोहफा दिया है जिसे वो शायद ही कभी भूल पाएंगी. बता दें कि मध्य प्रदेश की त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले चरण में शनिवार को 77 फीसदी मतदान हुआ था.
