नई दिल्लीः पश्चिमी दिल्ली के मुंडका इलाके में हुए अग्निकांड (Mundka Fire) में अबतक 27 लोगों की दर्दनाक मौत हो चुकी है. मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है, क्योंकि 29 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं. इतने भीषण अग्निकांड के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) भी घटनास्थल पर पहुंचे. इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) भी मौजूद थे.
इस हादसे में ये है खास
- सीएम ने दिए मजिस्ट्रियल जांच के आदेश
- DNA टेस्ट से होगी शवों की पहचान
- पीड़ित परिवारों को मिलेगा मुआवजा
- हादसे के बाद क्या बोले घायल?
CM ने दिए मजिस्ट्रियल जांच के आदेश
मुख्यमंत्री ने इस पूरी घटना की जांच के लिए मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं. इस हादसे में मरने वालों के शव इतनी बुरी तरह से जल चुके हैं कि उनकी पहचान करना बड़ा मुश्किल काम है. सीएम केजरीवाल ने कहा कि यह एक भीषण आग थी, कई लोग मारे गए थे, और उनके शरीर इस हद तक जल गए थे कि उनकी पहचान नहीं की जा सकती थी. उन्होंने कहा कि हमने लापता और मृतकों की पहचान के लिए मदद तैनात की है.
DNA टेस्ट से होगी शवों की पहचान
DCP समीर शर्मा ने बताया कि अभी NDRF की टीम जगह की सफाई कर रही है और देख रही है कि वहां कोई है तो नहीं. अभी तक हमें 27 शव मिले जिसमें 25 की पहचान नहीं हुई है. अभी आगे फॉरेंसिक DNA के साथ चेक करेगी.
पीड़ित परिवारों को मिलेगा मुआवजा
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने मृतक के परिजनों को 10 लाख रुपये जबकि घायलों को 50 हजार रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है. वहीं पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से इस हादसे में जाने गंवाने वालों के आश्रितों को 2-2 लाख रुपये तथा घायलों को 50-50 हजार रुपये की राशि दी देने का ऐलान किया है.
हादसे के बाद क्या बोले घायल?
इस हादसे में जिनकी जान बच गई उनमें से एक महिला ने बताया कि हम बैठक में बैठे थे, पता नहीं कब आग लग गई. बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं था. केवल एक ही निकास था जहां आग लग चुकी थी. हम तीसरी मंजिल पर थे. वहां थे 250-300 लोग फंसे थे. एक अन्य ने बताया कि हम सब एक बैठक में बैठे थे. अचानक बिजली चली गई तो किसी ने कहा कि धुएं का गुबार उठ रहा है. थोड़ी देर में अफरा-तफरी मच गई, लोगों ने खिड़कियां तोड़ दीं. बाहर से कुछ लोगों ने हमें नीचे उतरने के लिए रस्सियां फेंकी.
