उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर (Ram Mandir) निर्माण का काम बड़ी तेजी के साथ हो रहा है. समय समय पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओऱ से राम मंदिर निर्माण से जुड़ी तस्वीर जारी की जाती है. लंबी सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर के पक्ष में फैसला सुनाया था.

सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या जाकर राम मंदिर निर्माण की आधार शिला रखी थी. फिलहाल राम लला अभी एक अस्थायी मंदिर विराजमान हैं.

अयोध्या में राम मंदिर का बड़ी तेजी के साथ चल रहा है. हालांकि बारिश के बीच राम मंदिर के निर्माण कार्य में थोड़ी रुकावट आई थी. अब एक बार फिर से मंदिर के निर्माण का काम तेजी पकड़ लिया है.

समय-समय पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट मंदिर निर्माण से जुड़ी तस्वीरों को जारी करता रहता है. जिसकी अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र कर रहे हैं. साथ ही श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट इसके निर्माण कार्य की लगातार निगरानी कर रहा है.

अयोध्या में तीर्थयात्रा सुविधा केंद्र, परिसर में अन्य उपयोगिताओं और बुनियादी सुविधाओं की सेवाओं का निर्माण कार्य तेज गति से है. वर्तमान अनुमान के अनुसार मंदिर और परिसर की कुल निर्माण लागत लगभग 1800 करोड़ रुपये होगी.

राम मंदिर के ‘गर्भ गृह’ या मंदिर के गर्भगृह के निर्माण की आधारशिला इस साल जून में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रखी थी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उज्जैन में श्री महाकाल लोक कॉरिडोर के उद्घाटन के मौके पर कहा था कि भक्तों के लिए राम लला के दर्शन दिसंबर 2023 तक शुरू होने की संभावना है.

वहीं, ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय का कहना है कि मंदिर का प्लिंथ पांच लेयर में 15 फीट ऊंची बनकर तैयार हो गई है. इसके ऊपर मुख्य मंदिर के पत्थरों की लेयर करीब 15 फीट ऊंची खड़ी हो गई है.
