नई दिल्ली. सोमवार को दिल्ली (Delhi) के नए उप-राज्यपाल (Lieutenant Governor) का ऐलान हो गया है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दिल्ली के उप-राज्यपाल के रूप में विनय कुमार सक्सेना (Vinay Kumar Saxena) को नियुक्त किया गया है. वह अनिल बैजल की जगह की लेंगे. फिलहाल वह इस समय सक्सेना खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) के चेयरमैन पद पर तैनात हैं.
इस खबर में ये है खास-
- कानपुर यूनिवर्सिटी के रहे छात्र
- निजी कारणों से अनिल बैजल का इस्तीफा
- केजरीवाल और बैजल के बीच रहा टकराव
कानपुर यूनिवर्सिटी के रहे छात्र
23 मार्च 1958 को जन्मे विनय कुमार सक्सेना कानपुर यूनिवर्सिटी के छात्र रहे हैं. उन्होंने कॉरपोरेट के साथ-साथ एनजीओ सेक्टर में काम किया है. 1984 में राजस्थान में जेके ग्रुप को ज्वाइन किया और 11 सालों तक काम किया.
निजी कारणों से अनिल बैजल का इस्तीफा
अनिल बैजल (Anil Baijal) ने निजी कारणों से दिल्ली के उप-राज्यपाल पद से 18 मई को इस्तीफा दे दिया था. अनिल बैजल ने 5 साल 4 महीने से अधिक के लंबे कार्यकाल के बाद आज निजी कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया. उन्होंने अपना इस्तीफा राष्ट्रपति के पास भेज दिया है.
दिल्ली के उपराज्यपाल रहे श्री अनिल बैजल जी के साथ मिलकर दिल्ली में कई काम किए और कई समस्याओं को ठीक करने की कोशिश की. वे एक बेहद अच्छे इंसान हैं. भविष्य के लिए मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं और उनके अच्छे स्वास्थ्य और लंबी आयु की कामना करता हूं.
केजरीवाल और बैजल के बीच रहा टकराव
दिल्ली की केजरीवाल सरकार और उपराज्यपाल अनिल बैजल के बीच हमेशा टकराव की खबरें आती रहीं. किसी भी मुद्दे पर दोनों की कभी नहीं पटी. कोरोनाकाल में भी दोनों के बीच मतभेद कम नहीं हुए. बैजल ने दिल्ली सरकार के अनलॉक-3 के दौरान होटल खोलने और बाजार खोलने के 2 अहम फैसले खारिज कर दिए थे. राज्यपाल ने इसे महामारी को बढ़ाने वाला कदम बताया था.
