Yogi Adityanath helped Deoria boy Manas Shrivastava: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की छवि एक सख्त प्रशासक की है जिस कारण राज्य में आपराधिक प्रवृति वाले व्यक्ति हमेशा खौफ में रहा करते हैं लेकिन एक सख्त प्रशासक होने के साथ साथ योगी आदित्यनाथ एक संवेदनशील व्यक्ति भी हैं जिसका उदाहरण वे समय समय पर देते रहते हैं. सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक खबर में योगी आदित्यनाथ की संवेदना दिखी है. दरअसल, यह मामला यूपी के देवरिया जिले से जुड़ा हुआ है.
खबर में खास
- मानस को मिला आदित्यनाथ का साथ
- शलभ मणि त्रिपाठी का अहम रोल
- सोशल मीडिया एक अहम जरिया
मानस को मिला आदित्यनाथ का साथ
वैसे तो मुख्यमंत्री के लिए प्रदेश की सारी जनता ही महत्वपूर्ण होती है और सबका ध्यान रखना ही मुख्यमंत्री का कर्तव्य होता है. लेकिन देवरिया जिले के मानस श्रीवास्तव भाग्यशाली हैं कि योगी आदित्यनाथ ने उन्हें प्रत्यक्ष और व्यक्तिगत रुप से मदद करने के लिए हाथ बढ़ाया है. दरअसल, मानस श्रीवास्तव की एक हादसे के दौरान शारीरिक हालत काफी खराब हो गई है. उनके इलाज के लिए परिवार अब सक्षम नहीं है और वे अब जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर मानस की स्थिति और उनके लिए मदद मांगते हुए एक पोस्ट की गई जो वायरल हुई और मुख्यमंत्री आदित्यनाथ तक पहुँची. जिसके बाद आदित्यनाथ स्वंय मदद का हाथ बढाया और 5 लाख रुपये की मदद की. मुख्यमंत्री की मदद के बाद अब मानस का इलाज चेनई अपोलो में चल रहा है.
शलभ मणि त्रिपाठी का अहम रोल
मानस को मुख्यमंत्री से मदद दिलाने में देवरिया सदर विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ने भी अहम रोल निभाया है. मानस श्रीवास्तव के वायरल पोस्ट को शलभ ने भी अपने फेसबुक अकाउंट से पोस्ट किया था और उनके इलाज के लिए मुख्यमंत्री के साथ साथ जन सामान्य से आर्थिक मदद की मांग की थी. शलभ मणि त्रिपाठी द्वारा शेयर किए जाने के बाद ही मानस की पोस्ट और वायरल हुई थी. मुख्यमंत्री द्वारा 5 लाख की सहायता राशि दिए जाने के बाद शलभ मणि त्रिपाठी ने उनका शुक्रिया किया है.
सोशल मीडिया एक अहम जरिया
यो सोशल मीडिया की ताकत ही थी कि आज मानस का इलाज चेन्नई अपोलो में हो रहा है. बात अगर यूपी के मुख्यमंत्री की करें तो योगी आदित्यनाथ सोशल मीडिया के जरिए उनके नजर में आए आम जनों की समस्याओं का निदान पूर्व में भी करते रहे हैं.
