13 जून, 1997…उपहार सिनेमा कांड को याद कीजिए…तब 59 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी…भीषण अग्निकांड में 100 लोग झुलस गए थे. 13 मई 2022… मुंडका में तीन मंजिला बिल्डिंग में आग… 27 की जान चली गई और 12 लोग झुलस गए. सवाल आज भी ज्यों का त्यों है…इन मौतों का गुनहगार कौन?कौन हैं वो लोग जिन्होंने किसी की मां, किसी का बेटा, किसी का बाप, किसी की बहन को छीन लिया. आदमी तंदूर की तरह भुन जाता है जांच के नाम पर खानापुरी कर दी जाती है. मरहम के नाम पर मुआवजे का लॉलीपॉप पकड़ा दिया जाता है. आग लगी कैसे, लोग जले कैसे, जब तक इसकी रिपोर्ट आएगी तब तक लोगों की स्मृति पटल से ये सब गायब हो जाएंगे. दिल्ली में हजारों बिल्डिंगों के पास फायर एनओसी नहीं है. बिना फायर एनओसी के बिल्डिंग बनी कैसे? और आगे नहीं बनेगी, इसका जवाब किसी के पास नहीं है. राजनीति होती रही है, आज भी हो रही है और आगे भी होती रहेगी. लोगों के आंसुओं का क्या, रोते रोते आंखों से आंसू भी सूख जाएंगे.
खैर, शनिवार सुबह तक आग जरूर बुझा ली गई है. राहत और बचाव कार्य अब भी चल रहा है. लापता लोगों को परिजन आंखें फाड़ फाड़कर तलाश रहे हैं.
दिल्ली सरकार ने दिए मजिस्टीरियल जांच के आदेश
घटनास्थल का दौरा करने के बाद सीएम केजरीवाल ने बताया कि इस मामले में दिल्ली सरकार ने मजिस्टीरियल जांच के आदेश दिए हैं. वहीं मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा दिया जाएगा. घायलों को 50-50 हजार रुपये दिए जाएंगे.
पीएम मोदी ने किया 2 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, गृहमंत्री अमित शाह, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी व तमाम नेताओं ने इस घटना पर शोक व्यक्त किया. प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिजनों के लिए 2-2 लाख रुपये और घायलों के लिए 50-50 हजार रुपये के मुआवजे की घोषणा की है जो प्रधानमंत्री राहत कोष से दी जाएगी.
