नई दिल्लीः Ukraine के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने शुक्रवार को अपने दो संबोधनों में देश के पूर्वी हिस्से में हुई सबसे भीषण लड़ाई और यूक्रेन युद्ध में रूसी सेना पर आखिरकार जीत दर्ज करने की घोषणा की. उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के छात्रों को संबोधित किया और कहा, ‘‘Ukraine एक ऐसा देश है, जिसने रूसी सेना की असाधारण शक्ति के मिथक को तोड़ दिया है. एक ऐसी सेना, जिसके बारे में माना जाता था कि वह कुछ ही दिनों में किसी को भी हरा सकती है.’’
खबर में खास
- शहर अब भी यूक्रेन के नियंत्रण में
- बस अड्डे पर कब्जा कर लिया
- बंदरगाहों पर कई लाख टन अनाज
शहर अब भी यूक्रेन के नियंत्रण में
जेलेंस्की ने कहा, ‘‘अब रूस पूरे देश पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन हम यूक्रेन के भविष्य के बारे में सोचने के लिए काफी मजबूत स्थिति में हैं, जो पूरी दुनिया के लिए खुला रहेगा.’’ बाद में राष्ट्र के नाम दिए वीडियो संबोधन में जेलेंस्की ने दोनेत्स्क के पूर्वी शहर लाइमैन और लुगांस्क में यूक्रेन के नियंत्रण वाले अंतिम क्षेत्रों में से एक सिविएरोदोनेत्स्क को घेरने तथा उस पर कब्जा करने के रूसी प्रयासों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘‘दोनेत्स्क क्षेत्र के इस शहर का बड़ा रेलवे हब और दो अन्य प्रमुख शहर अब भी यूक्रेन के नियंत्रण में हैं.’’
बस अड्डे पर कब्जा कर लिया
यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘अगर कब्जा करने वालों को लगता है कि लाइमैन या सिविएरोदोनेत्स्क उनके होंगे तो वे गलत हैं। डोनबास यूक्रेन का ही रहेगा.’’ अन्य घटनाक्रम : कीव, यूक्रेन – लुहान्स्क क्षेत्र के गवर्नर सेरही हैदई ने शुक्रवार को रूस के उन दावों का खंडन किया, जिनमें कहा गया है कि रूसी सेना ने पूर्वी शहर सिविएरोदोनेत्स्क को घेर लिया है। हालांकि, उन्होंने माना कि यूक्रेनी सैनिकों को पीछे हटना पड़ सकता है. हैदई ने शुक्रवार को टेलीग्राम पर लिखा कि रूसियों ने एक होटल और बस अड्डे पर कब्जा कर लिया है.
बंदरगाहों पर कई लाख टन अनाज
रोम – इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्राघी ने शुक्रवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से फोन पर बात की और उन्हें ‘‘यूरोपीय संघ के सहयोग से इतालवी सरकार के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया.’’ इससे पहले, द्राघी ने बृहस्पतिवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बंदरगाहों को खोलने से संबंधित एक समझौते को लेकर बात की थी. उन्होंने पुतिन से कहा था कि अगर समझौते को मंजूरी नहीं दी जाती है तो यूक्रेन के बंदरगाहों पर मौजूद कई लाख टन अनाज के सड़ने का खतरा है। द्राघी से बातचीत में जेलेंस्की ने संकट के समाधान के लिए इटली द्वारा किए जा रहे प्रयासों की प्रशंसा की.
