पाकिस्तान की कंगाली किसी से छुपी नहीं है हाल ही में FATF की ग्रे लिस्ट से बाहर हुए पाकिस्तान को आर्थिक राहत की सांस आई थी कि अब दुनिया भर से कर्ज मिल सकेगा और पाकिस्तान की डूबती नईया शायद कुछ दिन और तैर सकेगी लेकिन अब सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस पाकिस्तान दौरा रद्द हो गया है जिससे पाकिस्तान की हालत गरीबी में गीले आटे के जैसी हो गई है.
खबर में खास
- इमरान के लॉन्ग मार्च के कारण दौरा रद्द
- पाकिस्तान की फजीहत
- क्या थी उम्मीद
- लॉन्ग मार्च के कारण पाकिस्तान में तनाव
दरअसल, सऊदी अरब के प्रधानमंत्री और क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (MBS) ने 21 नवंबर से शुरू होने वाला अपना पाकिस्तान का दौरा रद्द कर दिया है. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने भी इसकी पुष्टि कर दी है. शाहबाज शरीफ सलमान के इस दौरे का बेसब्री से इंतजार कर रहे थें, क्योंकि दिवालिया होने की कगार पर खड़े पाकिस्तान को वह करीब 4.1 अरब डॉलर का नया कर्ज देने वाले थे.
इमरान के लॉन्ग मार्च के कारण दौरा रद्द
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के लॉन्ग मार्च की वजह से पाकिस्तान में अफरातफरी और तनाव के हालात हैं. इसी वजह से प्रिंस सलमान ने दौरा रद्द किया है. इमरान इस्लामाबाद में जल्द चुनाव की मांग को लेकर धरना भी देने वाले हैं.
पाकिस्तान की फजीहत
पिछले महीने शाहबाज शरीफ सऊदी अरब के दौरे पर गए थे. पहली बार ऐसा हुआ कि इस यात्रा के दौरान सऊदी ने पाकिस्तान को किसी भी रूप में मदद का कोई ऐलान नहीं किया. हालांकि, यह तय जरूर हुआ कि प्रिंस सलमान नवंबर के आखिर में इस्लामाबाद आएंगे और वहां पाकिस्तान को बड़ी मदद का ऐलान करेंगे. इसके बाद से प्रिंस सलमान के दौरे का इंतजार किया जा रहा था. अब यह विजिट कैंसल हो गई है.
पाकिस्तान की फॉरेन मिनिस्ट्री इस बारे में कुछ भी साफ कहने से बच रही है. उसके मुताबिक, यह दौरा टाला गया है और इसे रद्द नहीं किया गया है.
क्या थी उम्मीद
पाकिस्तान के फॉरेन रिजर्व इस वक्त 7 से 8 अरब डॉलर के बीच हैं. इनमें में भी करीब 2.5 अरब डॉलर सऊदी की तरफ गारंटी मनी के तौर पर डिपॉजिट हैं. पाकिस्तान को सऊदी तेल भी उधार पर दे रहा है. 1.5 अरब डॉलर UAE ने दिए हैं. ये भी गारंटी मनी है. गारंटी मनी का यह मतलब है कि यह पैसा पाकिस्तान सरकार के खजाने में तो रहेगा, लेकिन वो इसे इस्तेमाल या खर्च नहीं कर सकेगा.
शाहबाज शरीफ सरकार में फाइनेंस मिनिस्टर इशहाक डार ने पिछले दिनों कहा था- प्रिंस सलमान पाकिस्तान को 4.1 अरब डॉलर का कर्ज देंगे. इसके अलावा पेट्रोलियम सेक्टर में भी सऊदी हमारी मदद करने जा रहा है.
अब सलमान का दौरा रद्द होने से पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़ गई हैं. इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड यानी IMF से भी पाकिस्तान को तीन महीने तक कोई किश्त नहीं मिलने वाली है. शरीफ पिछले महीने चीन भी गए थे, लेकिन वहां से भी नया कर्ज नहीं मिला.
लॉन्ग मार्च के कारण पाकिस्तान में तनाव
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान का लॉन्ग मार्च गुरुवार से फिर शुरू हो चुका है. पिछले हफ्ते उन पर हमला हुआ था. इसके बाद मार्च को कुछ दिनों के लिए रोका गया था. फिलहाल, इमरान तो इस मार्च में शामिल नहीं हैं, लेकिन पार्टी के दूसरे नेता इसका हिस्सा हैं.
इमरान ने धमकी दी है कि अगर जल्द से जल्द इलेक्शन की तारीखों का ऐलान नहीं किया गया तो वो इस्लामाबाद को ठप कर देंगे. उनके समर्थक राजधानी की सीमाओं के बाहर पहले ही मौजूद हैं. खान ने कहा है कि वो रावलपिंडी में लॉन्ग मार्च में शामिल होंगे. इसके पीछे मकसद यह है कि खान फौज पर दबाव बनाना चाहते हैं कि वो उन्हें फिर सत्ता में लाए.
हालिया महीनों में इमरान और फौज के बीच रिश्ते बद से बदतर हो चुके हैं. फौज का आरोप है कि इमरान पाकिस्तान आर्मी में दरार पैदा करना चाहते हैं. इसके पहले, 2014 में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को इमरान के धरने की वजह से पाकिस्तान दौरा रद्द करना पड़ा था.
